हम जिसकी अवहेलना करते हैं उसे आकर्षित नहीं कर सकते! सारी बुराइयाँ हमारी अंधकारमय समझ, अज्ञान, जीवन के झूठे विश्लेषण और अवचेतन मन के दुरुपयोग के कारण पैदा होती हैं! हमारी तनख्वाह नहीं बढ़ती है क्योंकि हम खुद बॉस के प्रति मानसिक विरोध रखकर अवचेतन रूप से उस कंपनी से अपने बंधन तोड़ रहे हैं! यदि बॉस हमें कंपनी से निकालता है तो समझिए एक तरह से हमने ही खुद को निकलवाया है! यह क्रिया और प्रतिक्रिया के नियम का एक उदाहरण मात्र है! वास्तव में क्रिया हमारा विचार है और प्रतिक्रिया हमारे अवचेतन मन की है!
।। श्री परमात्मने नमः।।
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