पाप के गहरे संस्कार जन्म जन्मांतरों तक हमारे शत्रु की तरह साथ लगे रहते हैं और दुखद स्थितियाँ पैदा करते रहते हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Sunday 30 June 2019
संस्कार
Saturday 29 June 2019
शक
कोई अगर आपके अच्छे कार्य पर सन्देह करता है तो करने दीजिए क्योंकि शक़ सदा सोने की शुद्धता पर ही किया जाता है, कोयले की कालिख पर नहीं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Friday 28 June 2019
पैसा
दुनिया में पैसा ही सबकुछ नहीं है। पैसा के चलते आज मानव में मानवता नहीं रह गई है। हम भूल गये हैं कि परमपिता परमेश्वर ने हमें धरती पर क्यों भेजा है? देर से आये दुरूस्त आये। यदि आज भी हम सुधर गये तो हमारा जीवन सफल हो जायेगा। सुबह का भूला यदि शाम को वापस घर चला आये तो हम उसे भूला नहीं कह सकते हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Thursday 27 June 2019
वास्तविक
हम न तो नास्तिक हैं और न ही आस्तिक हैं। हम तो केवल वास्तविक हैं। जो अच्छा लगे उसे ग्रहण करो और जो बुरा लगे उसका त्याग करो फिर चाहे वो विचार हो, कर्म हो, मनुष्य हो या फिर धर्म हो।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Wednesday 26 June 2019
कद्र
किसी के लिए समर्पण करना उतना मुश्किल नहीं है जितना उस व्यक्ति को ढूंढना जो आप के समर्पण की कद्र कर सके।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Tuesday 25 June 2019
परिवर्तन
पसंद उसे कीजिये जो आप में परिवर्तन लाए वरना प्रभावित तो मदारी भी कर लेते हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Monday 24 June 2019
मूड
अपने खराब मूड के समय बुरे शब्द ना बोलें क्योंकि खराब मूड को बदलने के बहुत अवसर मिलेंगें पर
शब्दों को बदलने के अवसर नहीं मिलेंगे।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Sunday 23 June 2019
गीता और समुद्र
गीता और समुद्र दोनों ही गहरे हैं पर दोनों की गहराई में एक फ़र्क है। समुद्र की गहराई में इंसान डूब जाता है और गीता की गहराई में इंसान तर जाता है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Saturday 22 June 2019
समझदारी
आज हार हुई है तो कल जीत भी हो सकती है। हार के गम में सुधार की कोशिशें छोड़ देना समझदारी नहीं होती है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Friday 21 June 2019
मतलबी
कुछ इंसान मतलबी नहीं होते हैं बल्कि दूर हो जाते हैं वहाँ से जहाँ उनकी कदर नहीं होती।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Thursday 20 June 2019
सोच
छोटी सोच शंका को जन्म देती है और बड़ी सोच समाधान को क्योंकि सुनना सीख लेने पर सहना सीख जाते हैं और सहना सीख लेने पर रहना सीख जाते हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Wednesday 19 June 2019
इज्जत
किसी ने एक विद्वान से पूछा कि आज के समय में सच्ची इज्जत किसकी होती है? विद्वान ने जवाब दिया कि इज्जत किसी इंसान की नहीं होती बल्कि जरूरत की होती है। जरूरत खत्म तो इज्जत भी खत्म यही दुनिया का रिवाज है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Tuesday 18 June 2019
पता
सुबह होने तक फूलों को भी पता नहीं होता है कि कल मंदिर पर चढ़ना है या कब्र पर.......! अत: हमें हँस-खेल कर जिंदगी गुजार देनी है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Monday 17 June 2019
सहनशीलता
अपनी सहनशीलता को बढाइए, छोटी मोटी घटना से हताश मत होइए क्योंकि जो चंदन घिस जाता है वह भगवान के मस्तक पर लगाया जाता है और जो नहीं घिसता वह तो सिर्फ जलाने के काम ही आता है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Sunday 16 June 2019
ईश्वर का नजदीकी
किसी ने ईश्वर से पूछा कि इंसानों में आपके सबसे नज़दीक कौन है? ईश्वर ने कहा: हर वो इंसान जिसके पास बदला लेने की ताक़त हो फिर भी वह माफ़ कर दे!!
।। श्री परमात्मने नमः।।
Saturday 15 June 2019
आलस्य
मानसिक आलस्य बहुत खतरनाक होता है। शरीर द्वारा किसी काम को करने की असमर्थता व्यक्त करना यह शारीरिक आलस्य है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Friday 14 June 2019
नादान
नादान इंसान ही जिंदगी का असली आनंद लेता है और ज्यादा होशियार तो हमेशा उलझा ही रहता है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Thursday 13 June 2019
शिकायत
हमें एकदिन शिकायत वक़्त और ज़माने से नहीं बल्कि खुद से होगी कि ज़िंदगी सामने थी और हम दुनिया में उलझे रहे।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Wednesday 12 June 2019
पसंद
बचपन में हम वहाँ सोना पसंद करते थे जहाँ से चाँद तारे दिखे और आज हम वहाँ सोना पसंद करते हैं जहाँ चार्जर लगा सकें।
।। श्री परमात्मने नमः।।
वादा
श्याम से एक वादा बाकी है।
प्यार जिंदा है क्योंकि एक याद बाकी है।।
मौत भी आये तो कह देंगे लौट जा क्योंकि
अभी मेरे श्याम से एक मुलाकात बाकी है।।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Monday 10 June 2019
नेकी
कुछ नहीं है साथ जाना एक नेकी के सिवा,
कर भला होगा भला गाँठ में ये बांध लें।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Sunday 9 June 2019
तिनका
कभी इनका हुआ मैं तो कभी उनका हुआ मैं...
खुद के लिए कोशिश नहीं की मगर सबका हुआ मैं...
मेरी हस्ती बहुत छोटी मेरा रूतबा नहीं कुछ भी...
हे प्रभु ऐसी सामर्थ्य दे कि डूबतों के लिए सदा तिनका बना रहूँ मैं...
।। श्री परमात्मने नमः।।
Saturday 8 June 2019
दास्तां
संप्रति युग की दास्तां-- बड़े घर, परिवार नहीं। ज्यादा पढ़ाई, तमीज़ नहीं। महंगी दवाई, सेहत नहीं। आकाश छूना है, पड़ोसी का पता नहीं। आमदनी ज्यादा, सुकून नहीं। बौद्विक स्तर ऊंचा, भावना नहीं। ज्ञान अच्छा, अकल नहीं। प्रेम संबंध बहुत, सच्चा प्यार नहीं। व्हाट्सएप्प-फेसबुक के दोस्त बहुत, सच्चा दोस्त नहीं। शराब ज्यादा, पानी नहीं। घड़ी और मोबाइल महँगे, समय नहीं। इंसान बहुत, इंसानियत नहीं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Friday 7 June 2019
ईश्वर
अपनी अंतरात्मा को छोड़कर किसी के आगे मस्तक नहीं झुकाना चाहिए! ईश्वर हमारे अंदर ही विद्यमान हैं, इसका अनुभव करें।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Thursday 6 June 2019
Wednesday 5 June 2019
रहस्य
जीवन का एक रहस्य-
रास्ते पर गति की सीमा है। बैंक में पैसों की सीमा है। परीक्षा में समय की सीमा है परंतु हमारी सोच की कोई सीमा नहीं है इसलिए सदा श्रेष्ठ सोचें और श्रेष्ठ पाएं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Tuesday 4 June 2019
Monday 3 June 2019
लक्ष्य
अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाइए और तबतक प्रयास कीजिए जबतक कि वह लक्ष्य हासिल ना हो जाये। यही सफलता का मूल मन्त्र है ll
।। श्री परमात्मने नमः।।
Sunday 2 June 2019
दगाबाज दिल
जब किसी की कमियां भी अच्छी लगने लगे तब मान लीजिए कि यह दिल दगाबाजी कर गया।
।। श्री परमात्मने नमः।।