Thursday 12 December 2019

घर

हमारा घर हमारे बच्चों की पहली पाठशाला है। हमें अपने घर का वातावरण इतना सुव्यवस्थित और प्यार भरा रखना चाहिए कि उसका प्रकाश हमारे बच्चों की भाषा और व्यवहार से प्रकट हो। 
 ।।श्री परमात्मने नमः।।

Wednesday 11 December 2019

नज़रें

इतनी जल्‍दी दुनियाँ की कोई चीज़ नहीं बदलती जितनी जल्‍दी इंसान की नीयत और नजरें बदल जाती हैं।
 ।।श्री परमात्मने नमः।।

सुख

सत्य वह दौलत है जिसे पहले खर्च करो तो ज़िन्दगी भर आनन्द मिलता है। झूठ वह कर्ज है जिससे क्षणिक सुख तो मिलता है परन्तु जीवन भर उसका मूल्य चुकाना पड़ता है।
।।श्री परमात्मने नमः।।

Monday 9 December 2019

लक्ष्य

अगर हमारा लक्ष्य बड़ा हो और उसपर हँसनेवाला कोई न हो तो समझ लीजिए कि अभी हमारा लक्ष्य बहुत छोटा है।
।।श्री परमात्मने नमः।।

समय और शब्द

समय और शब्द  दोनों का उपयोग लापरवाही से न  करें क्योंकि ये दोनों न तो दुबारा आते हैं और न मौक़ा ही देते हैं।
 ।।श्री परमात्मने नमः।।

Saturday 7 December 2019

वास्तविक धन

मनुष्य की वास्तविक पूंजी धन नहीं बल्कि उसके विचार हैं क्योंकि धन तो खरीदारी में दूसरों के पास चला जाता है पर विचार अपने पास ही रहते हैं। 
।।श्री परमात्मने नमः।।

Friday 6 December 2019

मन

मंदिर तक पहुँचना तन का विषय है और भगवान तक पहुँचना मन का विषय है। जहाँ मन की निर्मलता है, मन की सरलता है और मन की निष्कपटता है वहाँ भगवान का वास अवश्यमेव है।
।।श्री परमात्मने नमः।।

Thursday 5 December 2019

पुरस्कार

जिन्दगी एक फ़िल्म है। अपना रोल बेहतरीन तरीके से निभाइए क्योंकि ईश्वर के पास सब तरह का पुरस्कार है, बेस्ट हीरो से लेकर बेस्ट विलेन तक..!
।।श्री परमात्मने नमः।।

Wednesday 4 December 2019

व्यवहार

दुनियाँ का यह नियम है कि जबतक आप दे रहे हैं तबतक तो यह संसार आपके साथ खड़ा रहेगा लेकिन  जिसदिन आपने हाथ फैलाना शुरू कर दिया न लोगों का व्यवहार ही बदल जाएगा।
।।श्री परमात्मने नमः।।

Tuesday 3 December 2019

पहुँच

आदमी मंदिर तक तो पहुँच जाता है मगर भगवान तक नहीं पहुँच पाता क्योंकि मंदिर तक पहुँचना तो आसान है किंतु भगवान तक पहुँचना बहुत कठिन है।
।।श्री परमात्मने नमः।।

Monday 2 December 2019

सुख

जो व्यक्ति हर पल दुःख का रोना रोता है उसके द्वार पर खड़ा सुख बाहर से ही लौट जाता है।
।।श्री परमात्मने नमः।।

Sunday 1 December 2019

फर्क

लोगों को फर्क पड़ना तब शुरू हो जाता है जब आप को किसी भी बात से फर्क नहीं पड़ता है।
।।श्री परमात्मने नमः।।