Wednesday 31 October 2018

सादगी

जीवन जितना सादा रहेगा, तनाव उतना ही आधा रहेगा।

Tuesday 30 October 2018

इरादा

मत सोचिए कि आपका सपना क्यों पूरा नहीं होता, हिम्मत वालों का इरादा कभी अधूरा नहीं होता। जिस इंसान के कर्म अच्छे होते हैं, उनके जीवन में कभी अँधेरा नहीं होता।
।। श्री परमात्मने नमः।।

Monday 29 October 2018

चापलूस और आलोचक

चापलूस और आलोचक में बस केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है और आलोचक बुरा बनकर अच्छा करता है।
।।श्री परमात्मने नमः।।

चाहत

आदमी भगवान से लाखों करोड़ों की चाहत रखता है और जब मंदिर जाता है तो जेब में सिक्के ढूंढता है।
।। श्री परमात्मने नमः।।

Saturday 27 October 2018

बुढ़ापे का डर

हम बूढ़े तब होते हैं जब हम जीवन में दिलचस्पी खो देते हैं, सपने देखना छोड़ देते हैं, नई सच्चाइयों के भूखे नहीं रहते हैं और जीतने के लिए नए संसारों की खोज नहीं करते हैं! जबतक हमारा मस्तिष्क नए विचारों और रुचियों के लिए खुला होता है, जबतक हम पर्दा उठाकर धूप अंदर आने देते हैं, जबतक हम जीवन तथा ब्रह्मांड की नई सच्चाइयों की प्ररेणा को ग्रहण करते हैं, तबतक हम युवा और स्फूर्तिवान बने रहते हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।

मंदिर

अगर विचार अच्छे हैं तो अपना मन ही मंदिर है,
अगर आचरण अच्छा है तो अपना तन ही मंदिर है, अगर व्यवहार अच्छा है तो अपना धन ही मंदिर है
और अगर ये तीनों अच्छे हैं तो अपना जीवन ही मंदिर है।
।। श्री परमात्मने नमः।।

Thursday 25 October 2018

भूख

उसके लिए शायद भगवान से बड़ी होती है भूख... जिस भूखे ने मंदिर में चोरी कर ली..!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Wednesday 24 October 2018

नकल

कौन सुनेगा किसे सुनाऊँ?
यक्ष प्रश्न....?
गांधीजी का चरख़ा कात लिया
नेहरुजी का जॅकेट पहन लिया
नेताजी की टोपी भी पहन ली
और अब सिर्फ भगत सिंह का फंदा रह गया है लोगों को पहनने के लिए..!
अब देखना है इसे आगे बढ़कर कौन पहनता है?
।। श्री परमात्मने नमः।।

Tuesday 23 October 2018

सच्चाई

हमें एक महान सच्चाई याद रखनी चाहिए कि इंसान अपने दिल में जैसा सोचता है, वैसा ही वह होता है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Monday 22 October 2018

बुद्धि का उदय

हम उतने ही युवा हैं जितना खुद को मानते हैं! बुढ़ापा बुद्धि का उदय है! मस्तिष्क और आत्मा कभी बूढ़े नहीं होते! हमारा चरित्र, हमारे मस्तिष्क की गुणवत्ता, हमारी आस्था और हमारे विश्वास नश्वर नहीं हैं! हमारे सफेद बाल संपत्ति हैं! कभी भी यह सोचकर किसी अवसर से मुँह न मोड़ें, "मेरी उम्र इतनी ज्यादा है कि इसका लाभ नहीं ले सकता!" इस सोच का नतीजा ठहराव और मानसिक मृत्यु है! अगर हम विश्वास कर लेते हैं कि हम खत्म हो चुके हैं तो हमारा अवचेतन मन उस विश्वास को स्वीकार कर लेगा और उसे हकीकत में बदल देगा! कुछ लोग तीस साल की उम्र में ही बूढ़े हो जाते हैं जबकि कुछ अस्सी साल में भी युवा रहते हैं! मस्तिष्क ही सबसे बड़ा बुनकर, आर्किटेक्ट, डिजाइनर और मूर्तिकार है! नाटककार जॉर्ज बर्नार्ड शॉ नब्बे साल की उम्र में सक्रिय थे और उनके मस्तिष्क की कलात्मक गुणवत्ता कभी शिथिल नहीं हुई!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Sunday 21 October 2018

विश्वास

हम अपने भाग्य के निर्माता स्वयं हैं! जो कार्य हमारे सामने है वह हमारी शक्ति से परे नहीं है! उस कार्य को पूरा करने के लिए जो कष्ट सहना पड़ेगा वह भी हमारी सहन शक्ति से अधिक नहीं है! हमें जबतक अपने जीवन, प्रयोजन और जीतने की अजेय इच्छाशक्ति पर विश्वास है सफलता हमसे अधिक दूर नहीं रह सकती!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Saturday 20 October 2018

मौन

असत्य वचन बोलने से मौन धारण अच्छा है!

Friday 19 October 2018

बुढ़ापा

बुढ़ापा कोई दुखद घटना नहीं है! हम जिसे बुढ़ापे की प्रक्रिया कहते हैं वह दरअसल परिवर्तन है! इसका खुशी से स्वागत किया जाना चाहिए! मानव जीवन का हर पहलू उस राह पर आगे की तरफ एक कदम है जिसका कोई अंत नहीं है! हमारे पास ऐसी वृहद शक्तियां हैं जो हमारी शारीरिक शक्तियों की सीमाओं के पार जाती हैं! हमारे पास अद्भुत इंन्द्रिया हैं जो हमारी पाँच शारीरिक इंन्द्रियों की सीमाओं के पार जाती हैं! जीवन आध्यात्मिक और शाश्वत है! हमें कभी बूढ़े होने की जरूरत नहीं है क्योंकि जीवन या ईश्वर कभी बूढ़ा नहीं हो सकता! बाइबल में कहा गया है कि ईश्वर ही जीवन है! जीवन नित नया होने वाला, शाश्वत तथा अविनाशी है और यह सभी लोगों के बारे में सच है! अतः परिवर्तन का स्वागत करें!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Thursday 18 October 2018

बेगुनाह

हे माँ! हर गुनाह कुबूल है मुझे बस सजा देनेवाला बेगुनाह हो!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Wednesday 17 October 2018

अपनापन

आँखों के रास्ते माँ दिल में उतरकर तो देखो
माँ के सीने में अपनी यादों का घर बनाकर तो देखो! अपने भक्तों को क्या कुछ नहीं दिया माँ ने
दुनियां की परवाह छोड़ माँ को अपनाकर तो देखो
।। श्री परमात्मने नमः।।

Tuesday 16 October 2018

संघर्ष

संघर्ष हमें थकाता ज़रूर है लेकिन हमारे जीवन को सुंदर और अंदर से मजबूत भी तो बनाता है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Monday 15 October 2018

कर्म

सृष्टिकर्त्ता भगवान हैं और हमारा कर्म ही हमारी पहचान है वरना एक नाम के इस दुनियां में हजारो इंसान हैं!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Sunday 14 October 2018

प्रयास

हमारी सबसे बड़ी कमजोरी जल्दी हार मान लेना है जबकि प्रायः सफल होने के लिए केवल एक और पुरज़ोर प्रयास की ज़रूरत होती है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Saturday 13 October 2018

उम्मीद

उम्मीद कभी हमें छोड़ कर नहीं जाती जल्दबाजी में हम ही उसे छोड़ देते हैैं!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Friday 12 October 2018

समय

घड़ी ठीक करने वाले तो बहुत हैं मगर समय सिर्फ परमात्मा ही ठीक कर सकता है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Thursday 11 October 2018

आशाएं

हार गया दिन थक गईं रातें
उलझ गया जीवन खो गई राहें ,
कुछ पाने की धुन भटक गयी आशाएं
सूरज की जिद्द है रौशन जहां बनायें!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Wednesday 10 October 2018

जमाना

खुद को बुरा कहने की हिम्मत नहीं इसलिए लोग कहते हैं जमाना खराब है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Tuesday 9 October 2018

बैंक घोटाला

हाय री नालंदाः मुर्दों को मिला लोन, मुर्दों ने निकासी भी की, अब जिंदे हो रहे परेशान | Expert Media News http://expertmedianews.com/हाय-री-नालंदाः-मुर्दों-को/

Monday 8 October 2018

मित्रता

कुदरत का नियम है कि मित्र और चित्र दिल से बनाने पर उनके रंग जरूर निखर जाते हैं, जैसे श्रीकृष्ण और सुदामा ने बनाया था!
।। श्री परमात्मने नमः।।

कोशिश

जो कल था उसे भूलकर तो देखिए और जो आज है उसे जीकर तो देखिए! आनेवाला पल खुद संवर जायेगा एक कोशिश करके तो देखिए!!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Saturday 6 October 2018

उपयोगिता और स्वभाव

योगी होने के बजाय उपयोगी होना ज्यादा अच्छा हैे! प्रभाव अच्छा होने के बजाय स्वभाव अच्छा होना ज्यादा जरूरी है!
।।श्री परमात्मने नमः।।

Friday 5 October 2018

अच्छाई और बुराई

किसी व्यक्ति की सारी जिंदगी की अच्छाई नजर नहीं आती मगर एक छोटी-सी बुराई तुरत नजर आ जाती है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Thursday 4 October 2018

दर्द

बहुत दर्द होता है उस वक़्त जब हम किसी पर अंधे की तरह विश्वास करें और वो हमें महसूस करा दे कि हम वाकई में अंधे थे शायद...!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Wednesday 3 October 2018

जीवन-मंत्र

मुसीबत आने पर हमें धैर्य से काम लेना चाहिए क्योंकि एक नमन और दूसरा मनन! इसी जीवन-मंत्र के माध्यम से हम अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं!
।। श्री परमात्मने नमः।।

Tuesday 2 October 2018

हमारा कर्म

परमात्मा कभी भी हमारा भाग्य नहीं लिखता। जीवन के हर कदम पर हमारी सोच, हमारे व्यवहार एवं हमारे कर्म ही हमारे भाग्य लिखते हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।

होश और जोश

मुसीबत और ख़ुशी बिना किसी अपॉइंटमेंट के आ जाती है इसलिए अपने आप को इतना तैयार रखे कि मुसीबत के समय 'होश' और ख़ुशी के समय 'जोश' कायम रहे!