[गरीब हिन्दू हैं न मुसलमान] **********************
जले हुए अवशेषों में
उम्मीद तलाशते गरीब
हिन्दू हैं न मुसलमान !
अमानवीय व्यवहारों से
आक्रांत गरीबों का
बस रोटी ही है धर्म और ईमान !!
मीडिया के माध्यम से
मूल्यवान प्रतिक्रियाओं पर
आखिर क्यों नहीं जाता ध्यान ?
केवल कहने के लिए
जनता द्वारा, जनता के लिए
जनता का तंत्र है
प्रजातंत्र की पहचान !!!
आखिर कबतक पिसते रहेंगे
भावुक मतदाता और मदहोश
सत्ताधारियों के बीच
प्रजातंत्र के अरमान!!!!
।। श्री परमात्मने नमः।।
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