इनका नाम दिनेश प्रसाद है। पिताजी का नाम स्व. रामलखन प्रसाद है। ये ग्राम+पोस्ट गोपालबाद प्रखंड सरमेरा जिला नालंदा के स्थायी निवासी हैं। गरीबी के कारण इनकी हालत बदहाल है। इनके सर पर 8-10 पारिवारिक सदस्यों का भार है। ये पढ़े-लिखे नहीं हैं तथा अर्थाभाव के कारण व्यापार भी नहीं कर सकते। इनके पास 3 कट्ठे जमीन हैं। इसी खेत में वे हरी सब्जियां लगाकर अपना पारिवारिक जीवन का भरण-पोषण करते हैं। दो बच्चे बिहार से बाहर रहकर किसी प्राइवेट कंपनी के माध्यम से अर्थोपाजन करते हैं। एक बच्चा अंडे बेचकर अपने पिता की सहायता करता है। लाचार पिता की संतानें पठन-पाठन के उम्र में बेबस हो अर्थोपार्जन में संलग्न हैं। देखिए दिनेश प्रसाद किस तरह से परिवार के भरण-पोषण हेतु सब्जियों को लगाकर येन-केन-प्रकारेण पारिवारिक सदस्यों का भरण-पोषण करते हैं। सच में कहा गया है गरीबी एक अभिशाप है।
।। श्री परमात्मने नमः।।
Thursday 7 December 2017
गरीबी
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