नमस्कार!
यह हमारा अध्यात्म पर अंतिम पोस्टिंग है!
हम हर पल परमात्मा का ध्यान करें! सुबह शाम बैठकर परमात्मा के गुणों का चिंतन करें! दिनभर साक्षी भाव में रहें! जो भी कार्य करें उसे परमात्मा को समर्पित करके करें! यदि हम दिन भर साक्षी भाव में रहेंगे तो हमें पता भी नहीं चलेगा कि कब हम सांसारिक बंधनों से छूटकर भीतर प्रवेश कर गए! ऐसा नहीं है कि केवल हम ही परमात्मा को चाहते हैं! परमात्मा भी तो सदियों से आँखें बिछाए हमें घर लौटने की प्रतीक्षा कर रहा है! अध्यात्म पर रहने से कुछ लोगों को हम नापसंद भी आते हैं! क्षमा .. करें..!
।। श्री परमात्मने नमः।।
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