जिस पर भगवान की कृपा होती है,जिसको वह प्यार करता है उस पर मुसीबतें और बीमारियाँ आती ही हैं। कहते हैं एक दिन के ज्वर आने पर साल भर के पापों का प्रायश्चित हो जाता है इसलिये हर्षित होना चाहिये कि हमारा भोग समाप्त हो रहा है और हम शुद्ध बनते जा रहे हैं।
।। श्री परमात्मने नमः।।
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