Tuesday 15 August 2017

सत्गुरु

तेरी रहमतो के सहारे हम पलते रहे
तेरा ही नाम ले आगे बढ़ते रहे ...
तू हमसे नजर न फेरना कभी...
इक तू ही है जिसके सहारे हम चलते रहे...                          ये जग रूठे तो रूठे...
मेरा सत्गुरु कभी न रूठे...
हम जियें जब तक मेरे मालिक
तेरा दरबार कभी न छूटे.....
तेरी सेवा कभी ना छुटे....
।। श्री परमात्मने नमः।।

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