न मेरा एक होगा न तेरा 'लाख' होगा । न 'तारीफ' तेरी होगी न 'मजाक' मेरा होगा।। गुरुर न कर 'शाह-ए-शरीर' का, मेरा भी 'खाक' होगा और तेरा भी 'खाक' होगा.. ।। श्री परमात्मने नमः।।
No comments:
Post a Comment