बांट दे हर्ष अपना सभी के लिए है उचित बस यही आदमी के लिए दे सकें प्रेम दें ले सकें प्रेम लें प्रेम संपत्ति है जिंदगी के लिए ।। श्री परमात्मने नमः।।
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