खामोशी और तन्हाई हमें प्यारी हो गई है, आजकल रातों से हमें यारी हो गई है। सारी-सारी रात तुम्हें याद करते हैं, मालिक! शायद तुम्हें याद करने की बीमारी हो गई है। ।। श्री परमात्मने नमः ।।
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