Saturday 2 September 2017

वक्त और उम्र

वक्त और उम्र किसी का इंतजार नहीं करते। ये अपनी गति से बढ़ते रहते हैं। वक्त हमें पल पल बहुत गहरी सीख देता है लेकिन हम उस सीख को समझने का प्रयास ही नहीं करते और व्यर्थ के झगड़ों व कार्यों में उलझकर अपने समय को बर्बाद करते रहते हैं और जिंदगी के महत्वपूर्ण दिनों को व्यर्थ खोते रहते हैं। व्यक्ति को वक्त के केवल वर्तमान का महत्व देना चाहिए। अतीत के केवल उन्हीं अनुभवों को याद रखना चाहिए जो उसे जीवन के रणक्षेत्र में खड़ा होने के लिए मजबूत बनाते हों और जीवन की धरा पर चलना सिखाते हों।
।। श्री परमात्मने नमः।।

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