चक्रव्यूह मोह का क्यों टूटता नहीं है अग्नि रेखाओं पर चलना सरल नहीं है , हर क्षण वक्त एक नयी परीक्षा है लेता फिर भी जिंदगी अपने हिसाब से चलता । ।। श्री परमात्मने नमः।।
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