वास्तु के अनुसार भूमिगत पानी के श्रोत ईशान में ही होने चाहिये जिससे सुबह के समय सूर्य से मिलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से जल की शुद्धि होती है एवं यह सूर्य रश्मियां जीवन को स्वास्थ्य-प्रद रखती है।
No comments:
Post a Comment