Thursday 6 October 2016

परमात्म-मिलन

आज का आदमी बिना श्रम के, बिना चेष्टा के परमात्म-मिलन चाहता है पर यह परमपिता परमेश्वर की अनुकंपा के बिना संभव नहीं है।

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