Wednesday 26 October 2016

*भगवान-भरोसे*

आजकल भगवान के *नाम-स्मरण* में भी ठेकेदारी की प्रथा चल पड़ी है। ऐसा लगता है कि भगवान भी अब अर्थ के गिरफ्त में आ चुके हैं पर यह लोगों की भूल है। उनका कल्याण भी अब होगा *भगवान-भरोसे* ।

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