Sunday 9 September 2018

होंठ

परमपिता परमात्मा ने हमसबों को धनुषाकार होंठ दिया है परंतु उन होंठों से शब्दों के बाण ऐसे मत छोड़ें कि सामने वालों का हृदय विंध जायें!
।। श्री परमात्मने नमः।।

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