हमें अपनी परिस्थितियों और स्थितियों से संघर्ष नहीं करना चाहिए, इससे समय और मेहनत की भयंकर बर्बादी है। परिस्थितियाँ और स्थितियाँ तो किसी कारण से उत्पन्न हुईं हैं जिसे हम चेतन मन का प्रयोग करके उत्पन्न करते हैं।हम कारण को बदल दें तो उसका निवारण स्वयं हो जायेगा।
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