Adhyatma
Monday 4 November 2019
साँसें
पर्स को कहाँ मालूम कि पैसे उधार के हैं वो तो बस फूला ही रहता है अपने गुमान में…! ठीक यही हालत है हमारी...! साँसे उस प्रभु की उधार दी हुई है पर ना जाने गुमान किस बात पर है?
।।श्री परमात्मने नमः।।
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