Wednesday 8 August 2018

दोष सुधार

अगर कोई हमारी आलोचना करे और वास्तव में  हमारे भीतर वे कमियां हों तो खुश होकर उसे धन्यवाद दें और उसकी टिप्पणियों की प्रशंसा करें! इससे हमें उस खास दोष को सुधारने का अवसर मिलता है!
।। श्री परमात्मने नमः।।

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